Noida: आनंद निकेतन बना पीड़ा निकेतन, मल-मूत्र में पड़े बुजुर्ग, देखभाल के नाम पर धोखा!

नोएडा के सेक्टर-55 स्थित एक वृद्ध आश्रम में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। ‘आनंद निकेतन वृद्ध आश्रम’ में गुरुवार को राज्य महिला आयोग, नोएडा पुलिस, समाज कल्याण विभाग और जिला प्रोविजनल कल्याण विभाग की संयुक्त टीम ने छापेमारी की। रेड के दौरान जो तस्वीर सामने आया, उसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया।

नोएडा के सेक्टर 55 के सी-ब्लॉक में आनंद ओल्ड एज होम पर गुरुवार दोपहर गोपनीय तरीके से राज्य महिला अयोग, नोएडा पुलिस और समाज कल्याण विभाग के साथ-साथ जिला प्रोविजनल कल्याण विभाग ने रेड की। रेड के दौरान ओल्ड एज होम में बुजुर्गों की दयनीय स्थिति पाई गई।

ताले में बंद, बिना कपड़ों के मिले बुजुर्ग

रेड के दौरान कई बुजुर्ग ताले में बंद पाए गए। कुछ बुजुर्गों के शरीर पर कपड़े नहीं थे और कुछ के कपड़े मल-मूत्र से सने हुए थे। महिला बुजुर्गों के हाथ तक कपड़े से बांधे हुए थे। किसी भी कमरे में साफ-सफाई की व्यवस्था नहीं थी। सबसे हैरान करने वाली बात ये थी कि वहां मौजूद बुजुर्ग अपनी दैनिक जरूरतें खुद ही पूरी कर रहे थे, क्योंकि उनकी देखभाल के लिए कोई स्टाफ ही मौजूद नहीं था।

जब टीम ने वहां तैनात एक महिला से पूछताछ की, तो उसने खुद को नर्स बताया। लेकिन जब गहनता से सवाल किए गए, तो सामने आया कि वह सिर्फ 12वीं पास है और किसी प्रकार की चिकित्सा या देखभाल की ट्रेनिंग नहीं ली है।

सरकार देती है 2.5 लाख रुपये और 6000 मासिक अनुदान

सरकार की ओर से हर बुजुर्ग को रखने के लिए प्रति व्यक्ति 2.5 लाख रुपये का फंड एनजीओ को दिया जाता है। इसके अलावा, खाने-पीने और रहने के लिए 6,000 रुपये प्रति माह भी दिए जाते हैं। इसके बावजूद बुजुर्गों को जिस हाल में रखा गया था, वह बेहद अमानवीय था।

40 बुजुर्गों को किया गया रेस्क्यू, आश्रम सील

राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉक्टर मीनाक्षी अपनी टीम के साथ आनंद निकेतन वृद्ध आश्रम सेक्टर-55 नोएडा में शिकायत मिलने होने पर अचानक पहुंची थीं। इस दौरान वृद्ध सेवा आश्रम में कई सारी अनियमिताएं पाई गईं। इसके बाद इस वृद्ध आश्रम से 40 बुजुर्गों को रेस्क्यू करने के बाद आश्रम को सील किया गया है।

सूत्रों की माने तो नरक जैसा जीवन जी रहे इन 40 बुजुर्गों में कई नोएडा और आसपास के रईस घरों के बुजुर्ग हैं, जिनको उनके बच्चों ने छोड़ दिया था।

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra

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