कानपुर में जिला अधिकारी (DM) और मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) के बीच पिछले एक हफ्ते से चल रहा विवाद आखिरकार खत्म हो गया है। शासन ने सीएमओ डॉ. हरिदत्त नेमी को निलंबित कर मुख्यालय से अटैच कर दिया है। उनकी जगह श्रावस्ती के डॉ. उदय नाथ को नया सीएमओ नियुक्त किया गया है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में पिछले एक हफ्ते से चल रहे डीएम और सीएमओ के विवाद का आखिरकार पटाक्षेप हो गया। शासन ने सीएमओ डॉ. हरिदत्त नेमी को सस्पेंड कर दिया और मुख्यालय से अटैच कर दिया है। कानपुर में नए सीएमओ डॉ उदय नाथ को नियुक्त किया गया है। डीएम और सीएमओ के विवाद में कई जनप्रतिनिधियों ने हस्तक्षेप किया। लेकिन अभिजीत सिंह सांगा और महेश त्रिवेदी के आगे किसी की भी नहीं चली। अभिजीत सांगा ने स्वास्थ्य विभाग में चल रही गड़बड़ी और भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया था।
DM ने खोली स्वास्थ्य विभाग की पोल
कानपुर में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत किसी से छिपी नहीं है। झोलाछाप डॉक्टरों, फर्जी अस्पतालों और विभागीय भ्रष्टाचार की शिकायतें आम हैं। डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने कई बार अस्पतालों पर छापेमारी की, लेकिन हालात नहीं सुधरे। आखिरकार उन्होंने शासन को पत्र लिखकर सीएमओ को हटाने की सिफारिश कर दी।
वायरल हुआ सीएमओ के ऑडियो
इसके बाद सोशल मीडिया पर सीएमओ के कई ऑडियो वायरल हुए जिसमें डीएम के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की जा रही थी। इसके अलावा अल्ट्रासाउंट सेंटर को अनुमोदित करने के रेट, पैसे कमाने के तरीके जैसी बातें की गई थी। हालांकि सीएमओ हरिदत्त नेमी ने बताया कि यह ऑडियो उनके नहीं हैं। इसके बाद डैशबोर्ड की बैठक से डीएम ने सीएमओ को जाने को भी बोल दिया।
DM की सख्ती से बदली तस्वीर
इस पूरे मामले में तीन-तीन जन प्रतिनिधियों की एंट्री भी हो गई है। एक तरफ जहां डीएम ने सीएमओ को हटाने की संस्तुति शासन से की तो वहीं दूसरी तरफ विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, एमएलसी अरुण पाठक और विधायक सुरेंद्र मैथानी ने डिप्टी सीएम को पत्र लिखा। जिसमें कहा गया कि सीएमओ हरिदत्त नेमी को कानपुर में ही बनाए रखा जाए। अपने पत्र में उन्होंने सीएमओ को मृदभाषी और व्यवहार कुशल बताया। वहीं भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा और महेश त्रिवेदी ने सीएमओ के खिलाफ सीएम को पत्र लिखा। सांगा ने सीएमओ की जांच करवाने की बात भी कही है।
अब सीएमओ हुए सस्पेंड
कई स्तर पर चली बहस, जांच और सिफारिशों के बाद अंततः शासन ने सीएमओ डॉ. हरिदत्त नेमी को निलंबित कर मुख्यालय अटैच कर दिया है। उनकी जगह डॉ. उदय नाथ को कानपुर भेजा गया है। अब शहर में चर्चा यह भी है कि आने वाले समय में स्वास्थ्य विभाग में और बड़े खुलासे हो सकते हैं।
