बहराइच का वो इलाका, जहां पिछले साल भेड़िये के हमले से 10 लोगों की मौत हो चुकी है, और 60 लोग घायल हो चुके हैं। वहीं एक बार फिर से जंगली जानवर मां की गोद से बच्चे को उठा ले गया। बच्चे की मां का कहना है कि हमला करने वाला जंगली जानवर भेड़िया ही था।
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के महसी इलाके में एक बार फिर आदमखोर जानवर का आतंक देखने को मिला। सोमवार देर रात हरदी थाना क्षेत्र के गढीपुरवा गांव में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब दो साल के मासूम आयुष को मां की गोद से उठा ले गया एक जंगली जानवर। कुछ ही घंटे बाद बच्चे का शव गन्ने के खेत में क्षत-विक्षत हालत में मिला।
घटना महसी इलाके के हरदी थाना क्षेत्र के गढीपुरवा गांव की है, जहां पिछले साल भी भेड़िए ने लोगों पर हमला किया था। मृत बच्चे का नाम आयुष (2) था, वह सोमवार रात अपनी मां खुशबू की गोद में सोया हुआ था, तभी अचानक एक आदमखोर जानवर आया और मासूम को उसकी मां की गोद से झपटकर ले गया। बदहवास हालत में बच्चे की मां चीखने-चिल्लाने लगी। आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे। ग्रामीण आयुष की तलाश में जुट गए। इसी बीच लोगों ने वन विभाग को भी घटना की जानकारी दे दी।
मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ग्रामीणों के साथ मिलकर आयुष की तलाश में जुट गई। काफी देर तक खोजबीन के बाद ग्रामीणों को आयुष का शव गन्ने के खेत में क्षत-विक्षत अवस्था में बरामद हुआ। जानवर ने बच्चे के दोनों हाथ और एक पैर खा लिया था। शरीर पर कई जगह दांतों के गहरे निशान थे।
भेड़ियों का पुराना आतंक
महसी इलाका पहले भी भेड़ियों के आतंक की चपेट में कई लोग आ चुके है। बीते साल इन्हीं जंगलों से भेड़ियों का झुंड निकलकर गांवों में पहुंचा था और एक महिला समेत 10 बच्चों की जान लील चुका है।जबकि 60 से अधिक लोग घायल होकर अस्पताल पहुंच गए थे।
मृतक की मां खुशबू का कहना है कि जिसने हमला किया वह भेड़िया ही था। उन्होंने बताया कि पिछले साल भी इसी तरह भेड़ियों ने कई बच्चों को निशाना बनाया था। इस घटना के बाद गांव में डर और बेचैनी का माहौल है।
DFO अजीत सिंह ने दी मामले की जानकारी
फिलहाल वन विभाग की टीम ने जांच शुरू कर दी है। DFO अजीत सिंह ने बताया कि जिस जगह बच्चे का शव मिला है, वहां से कुछ दूरी पर सियार देखे गए हैं। हालांकि जांच करने के बाद ही स्थित साफ की जा सकेगी कि किस जानवर ने बच्चे को निवाला बनाया है। ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. साथ ही, जंगली जानवर को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाने और गश्त बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है। वहीं इस घटना से आसपास के ग्रामीणों में डर का माहौल बन गया है।
