Boycott Turkey: तुर्की को ‘PAK प्रेम’ पड़ेगा भारी, भारत से लग सकती है अरबों की चोट!

तुर्की का पाकिस्तान प्रेम उसे अब महंगा पड़ता दिख रहा है। कश्मीर और आतंकवाद को लेकर तुर्की के लगातार पाकिस्तान-समर्थक के चलते भारत में “Boycott Turkey” की मुहिम तेज हो चुकी है। व्यापार से लेकर पर्यटन तक हर स्तर पर तुर्की को झटका देने की तैयारी में भारत जुट गया है। EaseMyTrip जैसी ट्रैवल कंपनियों से लेकर स्थानीय व्यापारी तक इस अभियान में शामिल हो चुके हैं। अब तुर्की के अरबों डॉलर के व्यापार पर असर पड़ना तय माना जा रहा है।

ट्रैवल कंपनियों ने दिखाई सख्ती, ‘देश पहले, बिजनेस बाद में’

ट्रैवल प्लेटफॉर्म EaseMyTrip ने तुर्क और अजरबैजान के ट्रैवल पैकेज रद्द करते हुए स्पष्ट संदेश दिया—‘राष्ट्र पहले, व्यापार बाद में।’ कंपनी के को-फाउंडर निशांत पिट्टी ने बताया कि साल 2023 में 2.87 लाख भारतीयों ने तुर्की और 2.43 लाख ने अजरबैजान की यात्रा की थी। इन देशों की अर्थव्यवस्था खासकर पर्यटन पर निर्भर है, और भारत का ये कदम उन्हें बड़ा नुकसान पहुँचा सकता है।

व्यापारियों ने हटाया तुर्की माल

महाराष्ट्र के पुणे सहित देश के अन्य हिस्सों में व्यापारियों ने तुर्की से आने वाले सेबों को स्टोर से हटा दिया है। तुर्की हर साल भारत को करीब 1000-1200 करोड़ रुपये मूल्य के सेब निर्यात करता है। अब इस बायकॉट से उसके इस प्रमुख व्यापारिक स्रोत पर सीधा असर पड़ा है।

CAIT ने किया बायकॉट का एलान

देश के प्रमुख व्यापारी संगठन कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने तुर्की, अजरबैजान और चीन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। संगठन ने व्यापारियों और आम नागरिकों से अपील की है कि वे इन देशों की यात्रा और उत्पादों का पूर्ण बहिष्कार करें। CAIT के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि यदि भारतीय नागरिक तुर्की की यात्रा से दूरी बना लेते हैं, तो इसका बड़ा असर वहां के पर्यटन और जीडीपी पर पड़ेगा।

आर्थिक रिश्तों पर गहराता संकट

भारत-तुर्की के बीच 2023-24 में द्विपक्षीय व्यापार 10.43 अरब डॉलर रहा था। भारत ने जहां 6.65 अरब डॉलर का निर्यात किया, वहीं तुर्की से 3.78 अरब डॉलर का आयात हुआ। तुर्की ने भारत में अब तक 227.5 मिलियन डॉलर का एफडीआई किया है, जबकि भारतीय कंपनियों ने तुर्की में करीब 200 मिलियन डॉलर निवेश किया है। इस गहरे व्यापारिक जुड़ाव के बावजूद तुर्की की भारत-विरोधी नीतियों ने भारतीय नागरिकों में असंतोष भर दिया है।

भारत बना तुर्की ब्रांड्स का बड़ा बाजार

भारत में तुर्की के Konfor Furniture, Beko Appliances, Arçelik, Vestel, Godiva, Ülker, Çaykur, Trendyo Waikiki, Mavi, DeFacto, Farmasi, Bayablass, Cosmed जैसे ब्रांड्स के प्रोडक्ट्स बिकते हैं। अब इनकी बिक्री पर भी असर पड़ने की आशंका है।

GDP में भी भारत भारी

आर्थिक शक्ति के मामले में भारत तुर्की से कहीं आगे है। भारत की जीडीपी जहां 4.19 ट्रिलियन डॉलर है, वहीं तुर्की की जीडीपी मात्र 1.12 ट्रिलियन डॉलर के आसपास है। ऐसे में यदि भारतीय उपभोक्ता और पर्यटक तुर्की से मुंह मोड़ते हैं, तो इसका असर तुर्की की अर्थव्यवस्था पर गहरा और दीर्घकालिक हो सकता है।

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra

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