भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से जारी तनाव के बीच अब एक बड़ी राहत सामने आई है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया है कि दोनों देशों ने अमेरिका की मध्यस्थता में बातचीत के बाद तत्काल और पूर्ण युद्धविराम पर सहमति जताई है. ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, “भारत और पाकिस्तान को समझदारी भरा फैसला लेने पर बधाई.” सीजफायर की पुष्टि दोनों देशों के डीजीएमओ (DGMO) के बीच हुई बातचीत के बाद हुई. भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि आज शाम 5 बजे से युद्धविराम प्रभावी हो गया है.
पाकिस्तान की झूठी जानकारी पर भारत का जवाब
सीजफायर की घोषणा के बाद भारतीय रक्षा मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे झूठ को उजागर किया. कर्नल सोफिया कुरैशी ने साफ किया कि पाकिस्तान की ओर से एस-400 और ब्रह्मोस मिसाइल बेस को नुकसान पहुंचाने का दावा पूरी तरह गलत है. इसके अलावा, पाकिस्तान द्वारा सिरसा, जम्मू, पठानकोट और भुज एयरफील्ड पर हमले की अफवाह भी बेबुनियाद है. उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ और ब्यास स्थित हथियार डिपो पर हमले की खबर भी झूठी है.
भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को बड़ा नुकसान
भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई ने पाकिस्तान को सैन्य दृष्टि से भारी नुकसान पहुंचाया है. अब तक की रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान के 7 सैन्य ठिकाने पूरी तरह तबाह हो चुके हैं. इनमें 5 प्रमुख एयरबेस और 2 रडार बेस शामिल हैं. नष्ट हुए एयरबेस में रावलपिंडी स्थित नूर खान, रहिमयार खान, मुस्तफाबाद, चकवाल जिले का मुरीद एयरबेस और रफीकुई जैसे महत्वपूर्ण ठिकाने शामिल हैं. इसके अलावा पाकिस्तान के कई लड़ाकू विमान मार गिराए गए हैं, ड्रोन लॉन्चपैड तबाह कर दिए गए हैं, और उनका एडवांस्ड वॉरफेयर सिस्टम (AWACS) भी बर्बाद हो चुका है.
आर्थिक मोर्चे पर भी पड़ा असर
सिर्फ सैन्य मोर्चे पर ही नहीं, पाकिस्तान को इस टकराव में भारी आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत के साथ बढ़े तनाव और सैन्य गतिरोध के चलते पाकिस्तान को व्यापार में करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है. विशेषज्ञों का मानना है कि जैसे-जैसे यह नुकसान बढ़ेगा, पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति और अधिक जर्जर होती जाएगी, जिसकी भरपाई कर पाना उसके लिए बेहद मुश्किल होगा.
हालांकि सीजफायर का फैसला तनाव कम करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, लेकिन यह भी स्पष्ट हो गया है कि इस संघर्ष में भारत ने न केवल सैन्य बल्कि रणनीतिक मोर्चे पर भी स्पष्ट बढ़त हासिल की है. पाकिस्तान की गलत सूचनाएं अब बेनकाब हो चुकी हैं और उसे अपने नुकसान की भरपाई के लिए लंबा वक्त लग सकता है.
