Pakistan को बड़ी चोट करने का प्लान, अब ऐसे हो सकती है सबसे बड़ी Digital Strike!

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान की शहबाज सरकार ने साइबर हमलों की आशंका को लेकर चेतावनी जारी की है। सरकार ने खासतौर पर देश के रक्षा, वित्त और मीडिया जैसे संवेदनशील क्षेत्रों को सतर्क रहने के लिए कहा है। यह एडवाइजरी ऐसे समय में जारी की गई है जब भारत पुलवामा जैसे आतंकी हमलों का बदला लेने के मूड में दिखाई दे रहा है। भारत की ओर से पहले ही सिंधु जल संधि को निलंबित करने जैसे कदम उठाए जा चुके हैं और अब माना जा रहा है कि अगला हमला पाकिस्तान के साइबर ढांचे पर हो सकता है।

पाकिस्तान में बढ़ती चिंता

पुलवामा हमले के बाद भारत ने कड़ा रुख अपनाया है और पाकिस्तान को हर मोर्चे पर घेरने की रणनीति पर काम कर रहा है। भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान के खिलाफ माहौल तैयार करने के साथ-साथ आंतरिक तौर पर भी कई कदम उठाए हैं। इनमें पाकिस्तान समर्थित यूट्यूब चैनलों पर कार्रवाई और वहां के नागरिकों को भारत से बाहर निकालना शामिल है। इस माहौल में पाकिस्तान की राष्ट्रीय साइबर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (NCERT) ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें सरकार और महत्वपूर्ण संस्थानों को साइबर हमलों से सचेत रहने को कहा गया है।

साइबर हमले बन सकते हैं पहले चरण का हमला

NCERT की रिपोर्ट के अनुसार, मौजूदा क्षेत्रीय अस्थिरता के बीच साइबर हमले एक बड़े हमले से पहले की तैयारी हो सकते हैं। एडवाइजरी में कहा गया है कि भारत की ओर से हैकर्स पाकिस्तान के रक्षा, वित्त और मीडिया जैसे क्षेत्रों को टारगेट बना सकते हैं। इन हमलों में स्पीयर फिशिंग, मैलवेयर, डीपफेक जैसे आधुनिक साइबर टूल्स का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका उद्देश्य महत्वपूर्ण डेटा की चोरी, गोपनीय सूचनाओं को उजागर करना और सरकारी संस्थानों की छवि को नुकसान पहुंचाना हो सकता है।

संवेदनशील विभागों को विशेष सतर्कता की जरूरत

एडवाइजरी में साफ कहा गया है कि सरकार से जुड़े सभी विभागों को अपनी साइबर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की आवश्यकता है। साथ ही, कर्मचारियों को फिशिंग ईमेल और संदिग्ध लिंक से सतर्क रहने की सलाह दी गई है। एजेंसी का मानना है कि हैकर्स का मुख्य लक्ष्य उन सूचनाओं तक पहुंच बनाना है जो राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हैं।

डिजिटल मोर्चे पर युद्ध की तैयारी

भारत और पाकिस्तान के बीच पारंपरिक युद्ध के अलावा अब डिजिटल मोर्चे पर भी एक नया संघर्ष उभरता दिख रहा है। पाकिस्तान की घबराहट इस बात की संकेत देती है कि भारत अब सिर्फ सीमा पर ही नहीं, बल्कि तकनीक के जरिए भी पाकिस्तान को जवाब देने की रणनीति अपना रहा है। शहबाज सरकार की एडवाइजरी यह साफ कर देती है कि पाकिस्तान इस नए खतरे को लेकर चिंतित है और भारत की तरफ से साइबर मोर्चे पर होने वाले संभावित हमले की आशंका से जूझ रहा है।

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra

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