रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कप्तान रजत पाटीदार का पंजाब किंग्स के खिलाफ प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा. उन्होंने 18 गेंदों में केवल 23 रन बनाए, जिसकी वजह से टीम को जरूरी गति नहीं मिल पाई. नतीजतन, आरसीबी को अपने घरेलू मैदान पर लगातार तीसरी हार झेलनी पड़ी, जिससे फैंस खासे निराश नजर आए.
रिकॉर्ड की रेस में मारी बाजी
हालांकि बल्ले से पाटीदार का प्रदर्शन फीका रहा, लेकिन उन्होंने इतिहास रच दिया. रजत पाटीदार अब आईपीएल में सबसे तेज 1000 रन बनाने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं. उन्हें इस मुकाम तक पहुंचने के लिए सिर्फ 30 पारियां लगीं, जबकि सचिन तेंदुलकर ने यही कारनामा 31 पारियों में किया था.
सचिन को पछाड़ा, सुदर्शन के बाद दूसरे नंबर पर
इस रिकॉर्ड लिस्ट में गुजरात टाइटंस के युवा बल्लेबाज साई सुदर्शन पहले स्थान पर हैं. उन्होंने केवल 25 पारियों में 1000 रन पूरे किए हैं. अब पाटीदार इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर आ गए हैं, जिससे उनके फॉर्म और निरंतरता का अंदाजा लगाया जा सकता है.
अनोखा रिकॉर्ड भी किया अपने नाम
1000 रन पूरा करने के साथ ही रजत पाटीदार ने एक और खास उपलब्धि हासिल की. वह आईपीएल इतिहास में ऐसे पहले भारतीय बन गए हैं जिनके 1000 रन बनाने के दौरान बल्लेबाजी औसत 35 से ज्यादा और स्ट्राइक रेट 150 से ऊपर है. इस लिस्ट में अब उनका नाम क्रिस गेल, डेविड मिलर, हेनरिक क्लासेन, शिमरॉन हेटमायर और ट्रेविस हेड जैसे दिग्गजों के साथ जुड़ गया है.
आरसीबी के लिए खास क्लब में एंट्री
इतना ही नहीं, पाटीदार अब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की ओर से आईपीएल में 1000 रन बनाने वाले सिर्फ तीसरे भारतीय बल्लेबाज बन चुके हैं. उनसे पहले यह उपलब्धि सिर्फ विराट कोहली और देवदत्त पडिक्कल को मिली थी. यह दिखाता है कि पाटीदार अब आरसीबी के कोर खिलाड़ियों में गिने जाते हैं.
इंजरी रिप्लेसमेंट से कप्तान बनने तक का सफर
रजत पाटीदार का आरसीबी से सफर 2022 में इंजरी रिप्लेसमेंट के तौर पर शुरू हुआ था. तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि यही खिलाड़ी कुछ सालों में टीम का नेतृत्व करेगा. 3 सालों में उन्होंने न केवल अपनी जगह पक्की की, बल्कि टीम के अहम बल्लेबाज और अब कप्तान भी बन गए हैं.
शानदार शुरुआत के बाद घरेलू मैदान पर फिसलन
इस सीजन में पाटीदार की कप्तानी में आरसीबी ने कई बड़े रिकॉर्ड तोड़े हैं. टीम ने 17 साल बाद चेन्नई को उसके होम ग्राउंड पर हराया और मुंबई को भी उसके घर में 10 साल के अंतराल के बाद हराया. हालांकि, घरेलू मैदान पर टीम अब तक तीनों मुकाबले हार चुकी है, जो चिंता का विषय बना हुआ है.
