उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के सागरपाली गांव में ONGC ने कच्चे तेल का विशाल भंडार खोजा है. 3,000 मीटर गहराई में कच्चे तेल मिलने की संभावना है, जिससे किसानों को लाभ की संभावना है. यह भंडार 300 किमी क्षेत्र में फैला है, खोदाई का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। कच्चे तेल मिल जाने जिससे भारत की ईंधन आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।
ONGC कर रही प्लांट लगाकर खुदाई और सर्वे का काम
ONGC दिल्ली की कम्पनी प्लान्ट लगा कर खुदाई और सर्वे कर जाँच का काम कर रही हैं कि इस बलिया के जमीन के अन्दर किस तरह के ज्वलनशील और तरल पदार्थ निकल रहे हैं। जिसके लिए कई जगह प्लान्ट लगाने की क़वायद चल रही हैं। बलिया के गांवों में सागरपाली में 3000 मीटर ड्रिल कर के जाँच में लगी हैं ONGC कम्पनी।सागरपाली की जमीन हैं।
कंपनी के अधिकारियों ने कुछ भी कहने से किया इंकार
स्वतंत्रता सेनानी महानायक चित्तू पाण्डेय की इनके पौत्र विनय पाण्डेय ने बताया कि हमारे जमीन को ONGC कम्पनी ने साढ़े तीन साल के लिए किराए पर लिए है। जिले में कच्चे तेल मिलने की संभावना है। जिसकी वजह से खोदाई की जा रही है। जब इस मामले में कम्पनी के अधिकारियों से मीडिया ने बात करनी चाही तो कोई नहीं बोल रहा था। और उन लोगों का कहना था की इस मामले हम लोग नहीं बोल सकते हमारे दिल्ली में बैठे अधिकारी ही बात कर सकते हैं और बोल सकते हैं।
कच्चा तेल मिलने की आशंका से ग्रामीण खुश
वहीं दूसरी ओर कच्चा तेल और प्राकृतिक गैस मिलने की संभावना सामने आने के बाद ग्रामीण काफी खुश दिखाई दे रहे हैं। जिस जगह पर खुदाई की जा रही है। इसको लेकर वहां के ग्राम प्रधान का कहना है कि इस क्षेत्र का करीब 7 से 8 किलोमीटर का एरिया गंगा नदी का क्षेत्र लगता है और यहां पर तेल मिलने की आशंका से हम लोग बेहद खुश हैं। अगर तेल/गैस निकल आया तो इस क्षेत्र का विकास हो जाएगा। इसके साथ ही साथ पूरे बलिया जिले का भी विकास होगा.
बताया जा रहा है कि ONGC ने तीन साल तक लगातार बलिया से लेकर प्रयागराज तक गंगा बेसिन में सैटलाइट, भू-रासायनिक, गुरुत्वार्षण-चुंबकीय और मैग्नेटो-टेल्यूरिक (एमटी) सर्वेक्षण कराया था. सर्वे रिपोर्ट में बेसिन की गहराई में बड़े तेल व गैस भंडार होने की जानकारी मिली थी. जिसके बाद ये खुदाई शुरू की गई.
