महाकुंभ में अपनी अद्भुत उपस्थिति से लोगों का ध्यान आकर्षित करने वाली ग्लैमरस साध्वी हर्षा रिछारिया इन दिनों सोशल मीडिया और समाचारों में चर्चा का केंद्र बनी हुई हैं। भोपाल की रहने वाली हर्षा का बचपन बेहद कठिनाइयों में गुजरा। पारिवारिक स्थिति इतनी खराब थी कि उन्हें महज 16 साल की उम्र में ही काम करना पड़ा।
150 रुपए के लिए प्रचार किया
हर्षा ने अपने करियर की शुरुआत एक सुपरमार्केट में टूथपेस्ट के प्रचार से की थी, जिसके लिए उन्हें केवल 150 रुपए प्रतिदिन मिलते थे। इसके बावजूद, उन्होंने हार नहीं मानी और धीरे-धीरे अपनी मेहनत के दम पर अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को संभाला। करीब 15 सालों के संघर्ष के बाद हर्षा ने न केवल अपने परिवार को आर्थिक रूप से स्थिर किया, बल्कि 2015 तक अपने पिता को एक कार भी गिफ्ट की।
महामंडलेश्वर कैलाशानंदगिरि से दीक्षा ली
धर्म और अध्यात्म की ओर उनका रुझान दो साल पहले हुआ, जब उन्होंने निरंजनी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंदगिरि से दीक्षा ली। आज वह खुद को अध्यात्म की छत्रछाया में समर्पित कर चुकी हैं।
सफलता और आत्मिक शांति की ओर
अपने जीवन की इस यात्रा के दौरान हर्षा ने एंकरिंग और भक्ति एल्बमों में अभिनय किया और इंस्टाग्राम पर धार्मिक विषयों पर आधारित कंटेंट बनाकर बड़ी फॉलोइंग बनाई। उनके इंस्टाग्राम पर 9 लाख से अधिक फॉलोवर्स हैं। मेकअप आर्टिस्ट और हेयर स्टाइलिस्ट के रूप में भी पहचान बनाने वाली हर्षा को अपने धार्मिक पोस्ट्स के लिए धमकियों का सामना करना पड़ा है, लेकिन उन्होंने इसे कभी अपने रास्ते में आने नहीं दिया।
