महाकुंभ 2025 में तीर्थराज प्रयाग पहुंचने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने व्यापक इंतजाम किए हैं। 13 जनवरी से शुरू होने वाले इस धार्मिक आयोजन को सुरक्षित और सफल बनाने के लिए 12 प्रकार के स्पेशल सुरक्षा ऑपरेशन शुरू किए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रत्येक श्रद्धालु की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष कदम उठाए गए हैं।
12 प्रकार के स्पेशल सुरक्षा ऑपरेशन
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 12 विशेष ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं:
ऑपरेशन स्वीप: संदिग्ध व्यक्ति और वस्तुओं की चेकिंग।
ऑपरेशन पहचान: मेला क्षेत्र में रहने वाले व्यक्तियों का सत्यापन।
ऑपरेशन इंटरसेप्ट: रेंडम और सरप्राइज चेकिंग।
ऑपरेशन सील: जिले की सीमाओं को सील किया जाना।
ऑपरेशन एमवी: प्रमुख चौराहों पर यातायात नियमों की चेकिंग।
ऑपरेशन चक्रव्यूह: प्रवेश और निकास के सभी मार्गों पर चेकिंग।
ऑपरेशन कवच: मुख्य चौराहों पर संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग।
ऑपरेशन बॉक्स: पार्किंग स्थलों पर चेकिंग।
ऑपरेशन महावीरजी: प्रमुख स्थलों और पांटून पुल के दोनों सिरों पर जांच।
ऑपरेशन विराट: प्रमुख पंडालों और शिविरों की चेकिंग।
ऑपरेशन संगम: स्नान घाटों और सर्कुलेटिंग एरिया में चेकिंग।
ऑपरेशन बाजार: बाजारों, प्रदर्शनी और दुकानों की चेकिंग।
7-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू
प्रयागराज के आईजी तरुण गाबा ने बताया कि महाकुंभ में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए 7-स्तरीय सुरक्षा लागू की गई है। पुलिस बल को अत्याधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस किया गया है ताकि किसी भी स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
संगम तट और आसपास के इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। मेला क्षेत्र में हर प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विशेष सतर्कता बरती जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि महाकुंभ में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु की सुरक्षा उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
