प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं. सनातन धर्म के इस सबसे बड़े आयोजन में शामिल होने को देश और दुनिया के करोड़ों लोग आ रहे हैं. इनमें लाखों विदेशी मेहमान भी आध्यात्म की अनुभूति करने को पहुंचने वाले हैं. इन विदेशी मेहमानों में एप्पल कंपनी के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल भी हैं.
महाकुंभ में कई दिग्गज अरबपति महिलाएं होंगी शामिल
एप्पल के को-फाउडर रहे दिवंगत स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल प्रयागराज में आकर कल्पवास करेंगी. उनके साथ कई और दिग्गज अरबपति महिलाएं भी रहेंगी. जिनमें सुधा मूर्ति और सावित्री जिंदल जैसे नाम शामिल हैं. इसके अलावा बीजेपी की सांसद हेमा मालिनी भी महाकुंभ में शामिल होने के लिए पहुंचने वाली हैं.
25 अरब डॉलर की मालकिन हैं लॉरेन
स्टीव जॉब्स ने एप्पल कंपनी में रहते हुए नाम के साथ-साथ अरबों डॉलर की कमाई की है. स्टीव के निधन के बाद उनकी संपत्ति लॉरेन पॉवेल को मिल गई है. 13 जनवरी को करीब 25 अरब डॉलर की संपत्ति की मालकिन लॉरेन पॉवेल भारत पहुंचने वाली हैं. पौष पूर्णिमा पर लॉरेन पॉवेल अन्य वीवीआईपी महिलाओं के साथ प्रथम डुबकी लगाएंगी और संगम की रेती पर कल्पवास करेंगी. निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद के शिविर में लॉरेन पॉवेल के ठहरने की व्यवस्था की गई है.
कथा की पहली यजमान भी लॉरेन होंगी
कल्पवास के दौरान 19 जनवरी से शुरू होने वाली कथा की लॉरेन पॉवेल पहली यजमान भी होंगी. 29 जनवरी तक लॉरेन पॉवेल शिविर में रहेंगी. इस दौरान वह सनातन धर्म को और भी करीब से जान सकेंगी. संगम के महाकुंभ में सुधा मूर्ति भी स्नान करेंगी. उल्टा किला के पास सुधा मूर्ति के ठहरने को कॉटेज तैयार किया गया है. जबकि सावित्री देवी जिंदल, स्वामी अवधेशानंद व चिदानंद मुनि के शिविरों में ठहरेंगी. इसके अलावा हेमा मालिनी जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज के शिविर में रुकेंगी.
