2025 में क्या होगा खास?

आने वाले साल में ग्रहों में बदलाव होगा. जिसका प्रभाव आम लोगों की राशियों पर भी पड़ेगा. वर्ष में कई सूर्य ग्रहण व चंद्र ग्रहण भी पड़ेंगे. साल 2025 की शुरुआत में शनि, राहु-केतु और गुरु चार ग्रहों का गोचर होगा. ऐसे में ये चारों ग्रह मिलकर सभी राशियों को प्रभावित करने वाले हैं. जिससे हर क्षेत्र में कई बदलाव देखने को मिलेंगें. आइए जान लेतें हैं इन परिवर्तनों का भारत से लेकर आम आदमी तक पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में-

 

ग्रह, राशि का प्रभाव सभी पर

29 मार्च 2025 को शनि अपनी स्वराशि कुंभ से निकलकर मीन राशि में गोचर करेंगे. शनि किसी एक राशि में लगभग ढाई साल रहते हैं. शनि अभी कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं. शनि के कुंभ राशि में रहने के कारण मकर, कुंभ और मीन राशि वालों पर शनि की साढ़े साती चल रही है.

बुध की राशि से नये साल की शुरुआत

ने साल 2025 के जनवरी माह में बुध धनु और मकर राशि में रहने वाले हैं. बुध 11 फरवरी को दोपहर 12 बजकर 58 मिनट पर कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे. बुध के अपने मित्र शनि की राशि में जाने से कुछ राशि के जातकों को बंपर लाभ मिल सकता है. लंबे समय से रुके काम पूरे होने के साथ-साथ पद-प्रतिष्ठा की प्राप्ति हो सकती है.

बुध की राशि में केतु का गोचर

वैदिक पंचांग के अनुसार 18 मई 2025 को केतु ग्रह कन्या राशि से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश करेंगे. 18 मई को केतु दोपहर 4 बजकर 30 मिनट पर सिंह राशि में गोचर करेंगे. आपको बता दें कि राहु-केतु हमेशा उल्टी चाल चलते हैं. इसलिए यह कन्या से एक राशि पीछे सिंह में प्रवेश करेंगे. ऐसे में इस राशि परिवर्तन से कुछ राशि वाले जातकों को लाभ मिल सकता है. नए साल में इन राशियों को भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा.

सीमा, भूमि विवाद सुलझेगा

सीमा विवाद पर भारत और चीन के बीच सहमति बनने के बाद दोनों पक्षों में समझौते हुए. खासकर अक्टूबर 2024 में हुआ समझौता सबसे महत्वपूर्ण है, जिसमें डेमचोक और देपसांग में आपसी गश्त और पशुओं के चरने के अधिकारों की बहाली शामिल रही. दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधियों (SR) के बीच मुलाकात हुई, जो पिछले पांच साल में हुई पहली मुलाकात है. हालांकि इस बैठक के बाद जारी किए गए रीडआउट एक-दूसरे से अलग हैं, जो इस बात का सबूत हैं कि दोनों मुल्कों के बीच खाई अभी पूरी तरह पाटी नहीं जा सकी है.

विश्व पटल पर बढ़ेगा भारत का प्रभाव

2025 में भारत में आपको अनेक उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे. भारत विश्व पटल पर ज्ञान, विज्ञान, शासन, प्रशासन के स्तर पर विशेष स्थान प्राप्त करेगा. विश्व के अनेक देश भारतवर्ष के साथ व्यापारिक संबंध बनाने को उत्सुक रहेंगे. वैश्विक व्यापार में विस्तार होगा. भारत का धनकोष एक ओर वृद्धि प्राप्त करेगा, दूसरी ओर इस वर्ष में राष्ट्रीय कोष को हानि के योग भी हैं, भारत पर ऋण का भार भी बहुत तेजी से बढ़ेगा. राष्ट्रीय आय में सीमित बढ़ोतरी और राष्ट्रीय व्यय वृद्धि को प्राप्त करेगा.

विदेश नीति होगी और मजबूत

भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था को भी साल 2025 से काफी उम्‍मीदें हैं और उद्योग एवं आंतरिक संवर्द्धन विभाग की मानें तो अगला साल भारत के लिए विदेशी निवेश के मोर्चे पर अच्‍छा साबित होने वाला है. डीपीआईआईटी का कहना है कि वैश्विक अनिश्चितताओं और चुनौतियों के बावजूद भारत में 2024 में जनवरी से अब तक औसतन मासिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 4.5 अरब डॉलर से अधिक रहा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीत सरकार के देश में निवेशक अनुकूल उपायों को बढ़ावा देने से 2025 में भी यह रुझान बरकरार रहने की उम्मीद है.

विदेशों से संबंध होंगे और अच्छे

भारत और चीन के लिए आने वाला साल 2025 अहम है, क्योंकि दोनों ही देश ही साल 2025 में भारत और चीन राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ में मनाने जा रहे हैं. ऐसे में दोनों ही देशों के बीच संबंधों में और मधुरता आने की उम्मीद पिछले कुछ समय में मिली है. क्योंकि चीन और भारत एक दूसरे न केवल अहम पड़ोसी है बल्कि दोनों के सांस्कृतिक और प्राचीन संबंध भी हैं.

प्रधानमंत्री का बढ़ेगा कद

17 सितंबर 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 75 साल के हो जाएंगे. विपक्ष की तरफ से सवाल फिर उठ सकते हैं. अरविंद केजरीवाल तो पहले ही यह सवाल उठा चुके हैं कि क्या पीएम 75 साल के हो जाने पर बीजेपी के मार्गदर्शक मंडल में चले जाएंगे. हालांकि 75 साल में रिटायरमेंट का बीजेपी के संविधान में कोई जिक्र नहीं है.

PoK को लेकर चला आ रहा विवाद सुलझेगा

पाकिस्तान भारत पर 4 बार हमला कर चुका है. पहली बार आजादी के ठीक बाद 1948 में किया था. उसके बाद 1965, 1971 और 1999 में भी दोनों देशों के बीच युद्ध हो चुके हैं. 1948 की लड़ाई में ही पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर की 78 हजार किमी जमीन पर कब्जा कर लिया था. अभी ये मामला यूएन में है. पाकिस्तान की तरफ से कश्मीर में आतंकवाद फैलाया जा रहा है. भारत का कहना है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद पर बात नहीं करेगा, तब तक कोई बात नहीं होगी. जबकि पाकिस्तान आतंकवाद पर बात करने से इनकार करता रहा है.

भारत का हिस्सा बन सकता है PoK

इसकी संभावना कम है क्योंकि इससे क्षेत्र में अस्थिरता और संघर्ष बढ़ सकता है. कुछ सर्वेक्षणों के अनुसार 60 फीसदी भारतीयों का मानना है कि 2050 तक POK भारत का हिस्सा बन सकता है. कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि POK की स्थिति 2050 तक ज्यों की त्यों बनी रह सकती है क्योंकि इसके लिए राजनीतिक और सैन्य स्तर पर बड़े बदलावों की आवश्यकता होगी

आय भाव में मंगल उच्च राशि में

मंगल देव के राशि परिवर्तन करने से कई राशि के जातकों को लाभ होगा. इनमें सबसे अधिक मकर राशि के जातकों को होगा. इस राशि में मंगल देव उच्च के होते हैं. अतः मकर राशि के जातकों पर मंगल देव की विशेष कृपा बरसेगी. इसके साथ ही अगले साल मकर राशि के जातकों को शनि की साढ़े साती से मुक्ति मिलेगी. इसके अलावा मेष और वृश्चिक राशि के जातकों पर भी मंगल देव की कृपा बरसेगी. उनकी कृपा से दोनों राशि के जातकों को लाभ होगा.

भारत की बात मानेंगे बड़े-बड़े देश

2024 में मोदी की सक्रिय कूटनीति ने भारत की विदेश नीति के उद्देश्यों को आगे बढ़ाया है. मोदी ने फरवरी में यूएई और कतर, मार्च में भूटान, जून में इटली, जून और सितंबर में अमेरिका की यात्रा की. उन्होंने जुलाई और अक्टूबर में रूस, जुलाई में ऑस्ट्रिया, अगस्त में पोलैंड और यूक्रेन का भी दौरा किया. पीएम की अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों में सितंबर की ब्रुनेई और सिंगापुर, अक्टूबर में लाओस, नवंबर में नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना और दिसंबर में कुवैत की यात्राएं शामिल हैं. इन यात्राओं ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत किया और भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा को बढ़ाया है.

पश्चिम के देशों में बढ़ेगी उथल-पुथल

बाबा वेंगा की साल 2025 के लिए की गई भविष्यवाणी बताती है कि अब यूरोप का विनाश होने जा रहा है. बाबा वेंगा ने कहा, सीरिया के खत्म होने पर पूर्व और पश्चिमी देशों के बीच महा युद्ध होगा. वसंत ऋतु में पूर्व की ओर से तीसरे वर्ल्ड वार की शुरुआत होगी. ऐसा युद्ध जिसमें पूर्व अपनी ताकतों से पश्चिम देशों को मिटाकर रख देगा’. वहीं, अन्य भविष्यवाणी में बाबा वेंगा ने कहा था, सीरिया विजेता चरणों के घुटने टेक देगा, लेकिन विजेता कोई एक नहीं होगा’.

भूकंप, जल प्रलय की घटनाएं बढ़ेंगी

बाबा वेंगा की भविष्यवाणी के अनुसार, यूरोप में आंतरिक झगड़े होंगे और राजनीतिक अस्थिरता का असर इतना बड़ा हो सकता है कि जनसंख्या में भारी कमी हो सकती है. इतना ही नहीं उन्होंने ये भी भविष्यवाणी की थी कि 2025 में बड़े विनाश की शुरुआत हो सकती है. साल 2025 में प्राकृतिक आपदाएं, (भूकंप और तूफान, बाढ़) इंसानों के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं.

विश्व के कई देशों में युद्ध की स्थिति

दुनिया भर में आज के समय संघर्ष देखा जा रहा है. इजरायल-हमास, रूस-यूक्रेन और अब सीरिया का गृहयुद्ध टेंशन बढ़ा रहा है. इस बीच भविष्यवक्ता बाबा वेंगा की दशकों पुरानी भविष्यवाणी पर भरोसा करें तो तीसरा विश्वयुद्ध कुछ ही महीनों दूर है. उनकी भविष्यवाणी के मुताबिक सीरिया के पतन के साथ तीसरा विश्वयुद्ध शुरू हो सकता है और चूंकि मिडिल ईस्ट में हालात तनावपूर्ण दिख रहे हैं. ऐसे में अगर स्थिति बिगड़ती है तो यह भविष्यवाणी आसानी से सच हो सकती है. वहीं अगर तीसरा विश्वयुद्ध होता है तो इसका मतलब होगा कि अनगिनत लोगों की जान जाएगी। साथ ही वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी भयानक होगा। इसके अलावा यह कहना भी मुश्किल होगा कि भू-राजनीतिक स्थितियां क्या होंगी.

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra