2025 में भारत की बढ़ेगी ताकत!

साल 2025 को लेकर ऐसा माना जा रहा है कि ये साल भारत के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा. रक्षा से लेकर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र तक में भारत इस साल कामयाबी के कई नए आयाम छूने वाला है. तो आइए इससे पहले जान लें कि किन-किन क्षेत्रों में इस साल भारत को मजबूती मिलने के आसार है-

2025 में तीन बार बदलेगी गुरु की चाल

गुरु करीब 12-13 महीनों तक एक राशि में रहते हैं लेकिन साल 2025 में गुरु तीव्र गति होकर तीन बार राशि परिवर्तन करने वाले हैं. साल 2025 में गुरु 14 मई को मिथुन राशि में गोचर करेंगे. मिथुन राशि में देवगुरु बृहस्पति 17 अक्टूबर तक रहेंगे. 18 अक्टूबर को गुरु कर्क राशि में गोचर करेंगे.

बृहस्पति का अतिचारी होना अच्छा नहीं

देवगुरु बृहस्पति का अतिचार होना उत्तम नहीं है. क्योंकि बृहस्पति जीवन को देने वाला है. जब बृहस्पति इस स्थिति में होता है. तो इसका व्यापक असर पूरे विश्व पर देखने को मिलेगा. इसका कारण है कि मिथुन से कर्क पर अतिचार होकर पहुंचेगा.

अक्टूबर का महीना भारत के लिए बहुत खास

साल 2025 में देश के कई भागों में बड़े राजनीतिक उठापटक दिखने को मिल सकती है. कई राज्यों में सत्ता परिवर्तन घटनाएं हो सकती हैं. खासतौर जून से लेकर अक्टूबर का समय विचित्र हो सकता है. जिसमें होने वाली घटनाओं से दुनिया को हैरानी हो सकती है. दरअसल 15 मार्च से 11 जून तक खप्पर योग बन रहा है. इसके बाद 11 जुलाई से लेकर 7 अक्टूबर तक खप्पर योग बना रहेगा.

मित्र देशों से संबंधों में आएगी मजबूती

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अगले साल भारत का दौरा करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन को भारत आने का निमंत्रण भेजा है. वहीं पुतिन के दौरे की तारीखें 2025 की शुरुआत में तय की जाएंगी.

देश में बढ़ेगा सैन्य उत्पादन

साल 2025 के आगाज के साथ ही मिग विमानों के युग का अंत हो जाएगा और भारतीय वायुसेना की फ्लीट में इजाफा करेगा तेजस मार्क 1-A. ये विमान वायुसेना में मिग-21 की जगह लेगा. जिसने दशकों तक देश की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाई. मार्च 2025 में इस विमान के लिए अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक (GE) से इंजन की आपूर्ति शुरू होने जा रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सबसे पहले चरण में 2 इंजन की आपूर्ति मार्च के महीने में होने जा रही है. उसके बाद हर महीने 2 इंजनों की आपूर्ति की जाएगी.

सैन्य शक्ति में बजेगा भारत का डंका

दुनिया में तेजी से अपनी धाक बना रहे भारत ने विश्‍व की 8 महान शक्तियों की लिस्‍ट में अपना डंका बजाया है. साल 2024 के खत्‍म होते-होते जारी इस ताजा लिस्‍ट में भारत ने ब्रिटेन, फ्रांस और दक्षिण कोरिया जैसे देशों को पीछे छोड़ दिया है. इस लिस्‍ट को आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक प्रभाव, राजनीतिक स्थिरता और सैन्‍य ताकत के आधार पर बनाया गया है. ‘The Eight Great Powers of 2025’ के नाम से जारी इस लिस्‍ट में सुपरपावर अमेरिका को पहला, चीन को दूसरा, रूस को तीसरा, जापान को चौथा, भारत को 5वां, फ्रांस को छठवां, ब्रिटेन को 7वां और दक्षिण कोरिया को 8वां नंबर मिला है.

डिफेंस क्षेत्र में नये खोज, प्रयोग बढ़ेंगे

सरकार के सहयोग की वजह से भारत का डिफेंस सेक्टर अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. जिससे घरेलू उत्पादन बढ़ा है. देश में डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग 1.3 ट्रिलियन रुपये पहुंच गई है. सरकार ने वित्त वर्ष 2025 में 1.8 ट्रिलियन ले जाने तक का लक्ष्य रखा है. लगातार बढ़ता प्रोडक्शन भारत के डिफेंस सेक्टर को मजूबत कर रहा है.

नये शोध से विश्व में बढ़ेगी भारत की साख

अब 30 दिसंबर, 2024 को रात्रि 10 बजे इसरो स्पेडेक्स लांच होने को है. इससे भारत उन गिने चुने देशों में शामिल हो जाएगा जिनके पास अंतरिक्ष में गतिमान दो यानों को आपस में कनेक्ट करने की प्रौद्योगिकी क्षमता होगी. जानकारों का कहना है कि वर्ष 2025 में भारतीय अंतरिक्ष सेक्टर में जो कुछ होने वाला है. उसकी सिर्फ एक ट्रेलर वर्ष 2024 में दिखाई दिया है. इस साल इसरो के जरिए 36 सैटेलाइटों का प्रक्षेपण करने की तैयारी है लेकिन सबकी नजर भारत की रूस और अमेरिका के साथ मिल कर अंतरिक्ष यात्री भेजने की रणनीति पर भी होगी.

सैन्य क्षेत्र में इस साल बढ़ेगा निर्यात

सरकार द्वारा लगातार किए जा रहे सुधारों और निजी क्षेत्र की बढ़ती भागीदारी के कारण भारत का रक्षा निर्यात वित्त वर्ष 24 से वित्त वर्ष 29 के बीच 20 प्रतिशत के चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ने का अनुमान है। यह जानकारी सोमवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई। केयरएज रेटिंग की रिपोर्ट में कहा गया कि भारतीय डिफेंस कंपनियां देश की रक्षा क्षमता बढ़ाने को तैयार है। भारत के डिफेंस सेक्टर में सरकारी और निजी क्षेत्र की संस्थाओं के बीच सहयोग ने हथियार और गोला-बारूद, एयरोस्पेस, इलेक्ट्रॉनिक्स और नौसेना टेक्नोलॉजी में प्रगति को बढ़ावा दिया है।

 

मेडिकल, शिक्षा क्षेत्र में भी कामयाबी

देश में रोगी और चिकित्सक तथा नर्स का अनुपात हो अथवा अस्पतालों तथा बिस्तरों की उपलब्धता, स्वास्थ्य बीमा, नैदानिकी, सस्ती जेनेरिक दवाओं अथवा सूदूर क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच, इन सब मामलों में आशातीत उन्नति का गवाह यह साल बनेगा. स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में इस साल डिजिटल हेल्थ में निवेश, चिकित्सा तकनीक यानी मेडी टेक के अनुप्रयोगों का विस्तार, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, रोबोटिक सर्जरी, नैदानिकी में नई मशीनें,दवा उद्योग में बहुतेरी दवाओं के पेटेंट खत्म होकर उनके सस्ते होने की प्रत्याशा, डाटा एनॉलिटिक्स तथा जीनोमिक्स इत्यादि उपरोक्त उद्देश्य की राह आसान करने वाला है. वित्त वर्ष 2025 तक स्वास्थ्य मद में व्यय सकल घरेलू उत्पाद के ढाई फीसदी तक पहुंच जाएगा. सरकार देश के स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए 50,000 करोड़ रुपये का ऋण प्रोत्साहन कार्यक्रम इसी साल से शुरू करेगी.

मेडिकल, शिक्षा में होंगे नये शोध

भारतीय चिकित्सा जगत 2025 में परिवर्तनकारी विकास के शिखर पर होगा. प्रसिद्ध स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. तामोरिश कोले ने इस बात का दावा किया. उन्होंने कहा कि, स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र प्रौद्योगिकी में प्रगति, नीतिगत सुधारों और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (यूएचसी) के प्रति प्रतिबद्धता से प्रेरित है.

इस साल ग्रहण का प्रभाव भारत में कम

वर्ष 2025 में चार महत्वपूर्ण खगोलीय घटनाएं होंगी. इनमें से दो सू्र्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण हैं लेकिन इनमें से सिर्फ एक ही भारत में दिखाई देगा. ऐसे में बाकी के तीन ग्रहण भारत में नहीं लगेंगे.

मेडिकल कॉलेज सुचारु ढंग से होंगे शुरू

यूपी में स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाने के साथ-साथ मेडिकल की पढ़ाई के अवसर भी लगातार बढ़ाए जा रहे हैं. 13 नए मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स शुरू किया जा रहा है. बीते एक वर्ष में एमबीबीएस कोर्स की 1,872 सीटें बढ़ी हैं.

शिक्षा, विज्ञान क्षेत्र में होंगे नये अनुसंधान

अमेरिकी आईटी फर्म गार्टनर ने 2025 के लिए टॉप टेक्नोलॉजी ट्रेंड की सूची जारी की है. इसमें एजेंटिक एआई से लेकर न्यूरोलॉजिकल इनोवेशन तक को शामिल किया गया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि नए वर्ष में किस तरह से यह उभरती टेक्नोलॉजी हमारे अनुभव को पूरी तरह बदलने जा रही है.

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra