2025 की सटीक भविष्यवाणी!

साल 2025 का आगाज होने जा रहा है. ऐसे में हर कोई ये जानने को उत्सुक है कि इस साल ग्रहों का चाल क्या होगी. साथ ही इससे किस राशि के जातकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा. तो आइए जानते हैं सब कुछ-

इस साल राजा और मंत्री दोनों सूर्य

साल 2025 की खास बात ये है कि नए साल का राजा और मंत्री दोनों ही सूर्य हैं. शास्त्रों की मुताबिक जब राजा और मंत्री एक ही होते हैं. तो मौसम में बड़े बदलाव देखने को मिलते हैं. सूर्य सभी ग्रहों का किंग कहा जाता है.

29 मार्च को शनि का राशि परिवर्तन

ज्योतिष के मुताबिक शनि देव का साल 2025 में 29 मार्च को राशि परिवर्तन होने वाला है. शनि देव 29 मार्च कुंभ राशि से निकल देवगुरू बृहस्पति के स्वामित्व वाली राशि मीन में प्रवेश करेंगे. फिर ढाई साल यानी 2027 तक इसी राशी में गोचर करेंगे.

इस साल गुरु का भी होगा राशि परिवर्तन

देवगुरु बृहस्पति अगले साल 14 मई को राशि परिवर्तन करने वाले हैं. इस दिन देवगुरु बृहस्पति वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में गोचर करेंगे. इस राशि में देवगुरु बृहस्पति 17 अक्टूबर तक विराजमान रहेंगे.

मई में राहु-केतु बदलेंगे अपनी राशि

ज्योतिषियों के अनुसार मायावी ग्रह राहु 18 मई, 2025 को राशि परिवर्तन करेंगे. इस दिन मायावी ग्रह राहु मीन राशि से निकलकर कुंभ राशि में गोचर करेंगे. कुंभ राशि में मायावी ग्रह राहु 5 दिसंबर, 2026 तक रहेंगे. इसके बाद कुंभ राशि से निकलकर मकर राशि में गोचर करेंगे.

मेष- 29 मार्च से शनि की साढ़ेसाती

29 मार्च 2025 से मेष राशि शनि की साढ़े साती के पहले चरण में प्रवेश करेगी. इस दौरान मेष राशि के लोगों को नौकरी-चाकरी में परेशानी पैदा होगी. धन हानि भी हो सकती है. सिर से जुड़ी परेशानी हो सकती है.

मकर- शनि की साढ़ेसाती से मिलेगी मुक्ति

29 मार्च 2025 को कुंभ राशि से निकलकर शनि मीन राशि में गोचर करेंगे. शनि के मीन राशि में आते ही मकर राशि वालों से शनि की साढ़ेसाती हट जाएगी.

कुंभ- शनि की साढ़ेसाती का आखिरी चरण

शनि कुंभ राशि में 29 मार्च 2025 तक रहेंगे और इसके बाद गोचर करके मीन राशि में प्रवेश करेंगे. शनि के मीन राशि में प्रवेश करते ही कुंभ राशि पर से शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण खत्म हो जाएगा और तीसरा चरण प्रारंभ हो जाएगा. शनि की साढ़ेसाती का तीसरा चरण काफी राहत भरा होगा. बल्कि कुछ जातकों को तो लाभ भी प्रदान करेंगे. चूंकि शनि कुंभ राशि के स्‍वामी माने जाते हैं लिहाजा इस राशि के जातकों पर मेहरबान रहते हैं. इस तरह 29 मार्च, 2025 को कुंभ राशि वालों की शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण समाप्‍त हो जाएगा और 3 जून, 2027 को तीसरा चरण भी समाप्‍त हो जाएगा. लिहाजा कुंभ राशि के जातकों को साढ़े साती से मुक्ति मिलेगी.

मीन- शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण

29 मार्च 2025 को शनिदेव मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे. शनि के मीन राशि में प्रवेश करने से मकर राशि वालों पर से साढ़ेसाती खत्म हो जाएगी. साल 2025 में मेष राशि पर साढे़साती का प्रभाव शुरू हो जाएगा. कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती का अंतिम चरण होगा जबकि मीन राशि वालों पर साढ़ेसाती का दूसरा चरण होगा.

मीन राशि के जातकों को पेट, हृद्य संबंधित दिक्कत

मीन राशि वालों के लिए, साल 2025 के शुरुआत के महीने लाइफस्टाइल और स्ट्रेस मैनेजमेंट पर ध्यान देने की मांग कर सकते हैं. वहीं बाद के महीनों में स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आप ऊर्जावान रहेंगे. गुरु गोचर से मेंटल और इमोशनल हेल्थ को बेहतर बनाने के मौके मिलेंगे. शनि के प्रभाव से फिजिकल हेल्थ मेंटेन रखने के लिए अनुशासन में रहने की जरूरत होगी.

कर्क, वृश्चिक राशि से दूर होगी शनि की ढैय्या

2025 में कर्क व वृश्चिक राशि कब हटेगी शनि ढैय्या- द्रिक पंचांग के अनुसार, शनि 29 मार्च 2025, शनिवार को रात 11 बजकर 01 मिनट पर कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में आएंगे. शनि के मीन राशि में आते ही कर्क व वृश्चिक राशि से शनि ढैय्या हट जाएगी.

सिंह, धनु राशि पर शुरू होगी शनि की ढैय्या

अगले साल यानी 2025 में सिंह और धनु राशि वालों पर शनि ढैय्या शुरू हो जाएगी. ऐसे में इन राशि के लोगों को हर मामले में सावधानी बरतनी होगी. आर्थिक स्थिति में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है. कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाने के आसार हैं.

वृष, कर्क, तुला, मकर राशि के लिए साल सर्वोत्तम

वृष- जनवरी 2025 आपके लिए खुशी लेकर आएगा. अपनों का साथ और प्यार मिलेगा. मैरिड लाइफ में खुशी रहेगी और आपस का प्यार बढ़ेगा. संतान प्राप्ति का समाचार मिल सकता है. लव लाइफ में हल्की तकरार के बाद प्यार का योग बनेगा. जॉब करने वालों को वर्क स्ट्रेस रहेगा लेकिन तीसरे सप्ताह से वह कम हो जाएगा. बिजनेस के लिए बढ़िया समय है. बिजनेस में ग्रोथ होगी, इंप्रूवमेंट होगा, नए कॉन्ट्रैक्ट होंगे जिससे आपको लाभ मिलेगा. खर्च कंट्रोल में रहेंगे और इनकम बढ़ेगी.

कर्क- इस राशि के जातकों को जनवरी 2025 में मैरिड लाइफ में अच्छे रिजल्ट मिलेंगे, लेकिन अपने गुस्से को कंट्रोल करें, नहीं तो झगड़े भी होंगे. सेहत में उतार-चढ़ाव बने रहेंगे. लव लाइफ इंप्रूव होगी. आपस में प्यार बढ़ेगा और शादी होने के योग बनेंगे. जॉब करने वाले लोगों को जनवरी में वर्क स्ट्रेस तो होगा लेकिन उनका काम अच्छा रहेगा, जिससे उन्हें सपोर्ट मिलेगी और ऑफिस के स्टाफ और सीनियर्स आपको सपोर्ट करेंगे. बिजनेस में कुछ नई डीलिंग करने का मौका मिलेगा लेकिन सोच समझ कर ही किसी काम में आगे बढ़ें. खर्चे ज्यादा होंगे लेकिन इनकम भी बढ़िया होगी, जिससे ज्यादा प्रॉब्लम नहीं आएगी.

तुला- जनवरी 2025 की शुरुआत में वर्कप्लेस पर सावधानी रखनी होगी. किसी से झगड़ा ना करें और सबसे प्यार से और मीठा बोलें, ऐसा करने से स्टाफ का सपोर्ट मिलेगा. गवर्नमेंट सेक्टर से बेनिफिट मिलेंगे. बिजनेस में ग्रोथ होगी औल रुके हुए काम बनेंगे. भाग्य मजबूत होगा. विदेश यात्रा के योग बनेंगे. धन लाभ होगा. कुछ नई सेविंग कर सकते हैं. लव लाइफ बहुत अच्छी रहेगी. भरपूर रोमांस होगा. मैरिड लाइफ के लिए भी समय अच्छा रहेगा. आपके लाइफ पार्टनर को वर्कप्लेस पर सक्सेस मिलेगी. आपकी इनकम बढ़ेगी. पेट से जुड़ी समस्याएं परेशान करेंगी.

मकर- इस राशि के लोगों के लिए जनवरी 2025 की शुरुआत में धन लाभ के प्रबल योग बनेंगे. बिजनेस में ग्रोथ होगी. बिजनेस से कुछ नया प्रॉफिट आपको मिलेगा, जो आपको बहुत खुशी देगा. जॉब करने वाले लोगों को जनवरी में भी अच्छे इंक्रीमेंट मिलने के योग बनेंगे, जिससे आपकी फाइनेंसियल कंडीशन इंप्रूव होगी. विदेश यात्रा के योग बनेंगे. मैरिड लाइफ में उतार-चढ़ाव बने रहेंगे लेकिन प्यार भी रहेगा. लव लाइफ के लिए अच्छा समय है. लवर को भरपूर टाइम देंगे. इनकम और एक्सपेंडिचर दोनों लगभग बराबर से रहेंगे, इसलिए बहुत ज्यादा टेंशन नहीं होगी लेकिन एक्सपेंडिचर को कंट्रोल करेंगे तो कुछ सेविंग कर पाएंगे.

इस साल 4 ग्रहण लगेंगे, 2 सूर्य, 2 चंद्र ग्रहण

साल 2025 में 14 मार्च से ग्रहणों की शुरुआत होगी. यानि साल 2025 का पहला ग्रहण 14 मार्च को लगेगा. जबकि 21 सितंबर 2025 को साल का अंतिम ग्रहण लगेगा.

1 चंद्र ग्रहण दृ्श्य, सूर्य ग्रहण भारत में दृश्य नहीं

वहीं आपको बता दें कि 2 सूर्य ग्रहण और 2 चंद्र ग्रहण में केवल 1 चंद्र ग्रहण ही भारत में दिखाई देगा. जिसमें भारत में सूतक काल भी मान्य होगा. वहीं 3 अन्य ग्रहण (एक चंद्र ग्रहण, और 2 सूर्य ग्रहण) भारत में नहीं दिखेंगे. इसलिए भारत में इनका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा.

18 मई को राहु का होगा राशि परिवर्तन

ज्योतिषियों की मानें तो मायावी ग्रह राहु 18 मई, 2025 को राशि परिवर्तन करेंगे. इस दिन मायावी ग्रह राहु मीन राशि से निकलकर कुंभ राशि में गोचर करेंगे. कुंभ राशि में मायावी ग्रह राहु 5 दिसंबर, 2026 तक रहेंगे. इसके बाद कुंभ राशि से निकलकर मकर राशि में गोचर करेंगे.

मीन से कुंभ राशि में होगा राहु का गोचर

साल 2025 में राहु का राशि परिवर्तन करना कुछ राशियों के लिए विशेष लाभकारी रहेगा. राहु 18 मई 2025 को मीन राशि से कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. वर्ष के अंत तक राहु इस राशि में संचार करेंगे. आपको बता दें कि राहु और केतु हमेशा वक्री गति करते हैं, इसलिए राहु मीन से निकलकर कुंभ में गोचर करेंगे.

कन्या से सिंह राशि में होगा केतु का गोचर

ज्योतिष के अनुसार, जब भी केतु ग्रह राशि परिवर्तन करते हैं तो इसका शुभ और अशुभ प्रभाव सभी 12 राशि वाले जातकों पर देखने को मिलता है. वैदिक पंचांग के अनुसार 18 मई 2025 को केतु ग्रह कन्या राशि से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश करेंगे. 18 मई को केतु दोपहर 4 बजकर 30 मिनट पर सिंह राशि में गोचर करेंगे.

मेष, मीन, कुंभ राशि के लिए शनि हानिकारक

वर्ष 2025 में 4 बड़े ग्रह राशि परिवर्तन कर रहे हैं. 29 मार्च 2025 को शनि का गोचर मीन राशि में होगा, जिससे अनेक राशियां प्रभावित होगी. मेष, मीन और कुंभ राशि में शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव तथा सिंह व धनु राशि में शनि की ढैया प्रारंभ होगी. 14 मई 2025 को बृहस्पति का गोचर मिथुन में और 18 मई 2025 को राहु एवं केतु का गोचर कुंभ और सिंह में होगा.

उच्च राशि कर्क में होगा गुरु का गोचर

ज्योतिष शास्त्र की गणना के मुताबिक देवगुरु बृहस्पति साल 2025 में पहली बार 14 मई को मिथुन राशि में गोचर करेंगे. फिर इसके बाद 18 अक्तूबर 2025 को मिथुन से कर्क राशि में जाएंगे. कर्क राशि में गुरु उच्च के हो जाएंगे और साल के अंत में 5 दिसंबर को फिर से मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे.

शनि की दृष्टि होती है खतरनाक

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब भी शनि अपनी राशियों और अपनी उच्च राशि पर दृष्टि डालते हैं. तो शुभ फलों की प्राप्ति होती है. शनि की राशियां मकर और कुंभ हैं वहीं उच्च राशि तुला है. इसके साथ ही शनि पर अगर गुरु की दृष्टि हो तो शनि का बुरा प्रभाव कम हो जाता है. ऐसे में इनका किसी भी भाव पर दृष्टि डालना ज्यादा बुरा नहीं होता है.

गुरु की दृष्टि होती है शुभदायी, कल्याणकारी

देवताओं के गुरु बृहस्पति नवग्रह में से काफी खास माना जाता है. गुरु बृहस्पति करीब एक साल में राशि परिवर्तन करते हैं. लेकिन साल 2025 की बात करें तो वह 3 गुना अधिक तेजी गति से चलेंगे जिसे गुरु अतिचारी कहा जाता है. ऐसे में वह इस साल तीन बार राशि परिवर्तन करेंगे. ऐसे में हर राशि के जातकों के जीवन में किसी न किसी तरह से प्रभाव अवश्य पड़ने वाला है. वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु पहली बार 14 मई 2025 को मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे. इसके बाद 18 अक्टूबर 2025 को अपनी उच्च राशि कर्क में जाएंगे और साल के अंत में यानी 5 दिसंबर को वो पुनः मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे. गुरु बृहस्पति की इस स्थिति के बदलाव का असर 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से जरूर पड़ेगा लेकिन इन तीन राशियों को सबसे अधिक लाभ मिलने वाला है.

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra