UP में और कितने ‘संभल’, वाराणसी, मुज़फ्फरनगर के बाद अब गोंडा में 200 साल पुराना मंदिर कराया गया कब्जा मुक्त

खबर गोंडा जिले से है जहां के इमामबाड़ा मोहल्ले में स्थित ऐतिहासिक और पवित्र बड़ी संगत मंदिर को जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बुधवार को सख्त कदम उठाते हुए अतिक्रमण मुक्त कराया। यह मंदिर 200 वर्षों से अधिक पुराना है और हनुमान जी को समर्पित है। मंदिर गोण्डा शहर के इमामबाड़ा इलाके में स्थित है। इसके परिसर और मुख्य द्वार के आसपास कुछ स्थानीय दबंगों ने अवैध रूप से टिन शेड लगाकर अपने वाहनों की पार्किंग शुरू कर दी थी। इसके अलावा, यहां कबाड़ और कचरा जमा होने के कारण मंदिर परिसर का वातावरण अत्यधिक खराब हो गया था।

पुजारी और भक्तों ने की डीएम से शिकायत

अवैध कब्जे और टिन शेड न केवल मंदिर के पवित्र परिसर को नुकसान पहुंचा रहे थे, बल्कि आने-जाने के मार्ग को भी बाधित कर रहे थे। मंदिर के पुजारी और भक्तों ने इस अतिक्रमण और गंदगी की शिकायत जिलाधिकारी से की थी। शिकायत का संज्ञान लेते हुए, डीएम नेहा शर्मा ने इस पूरे मामले पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की।

मंदिर की कराई गई साफ-सफाई

बुधवार को जिला प्रशासन, नगर पालिका की टीम और पुलिस बल की मौजूदगी में कार्यवाही शुरू की गई। डीएम ने स्वयं स्थल पर मौजूद रहकर प्रशासनिक टीम का नेतृत्व किया। जिला प्रशासन और नगर पालिका की संयुक्त टीम ने जेसीबी की मदद से अवैध संरचनाओं को ध्वस्त किया और कब्जा हटवाया। इसके बाद मंदिर परिसर की सफाई कराई गई। यह कार्रवाई करीब एक घंटे तक चली।

डीएम ने मंदिर का गहनता से निरीक्षण किया

डीएम नेहा शर्मा ने मंदिर परिसर का गहनता से निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि मंदिर की जमीन पर दोबारा कोई अतिक्रमण न हो। डीएम ने चेतावनी दी कि यदि कोई व्यक्ति भविष्य में अवैध कब्जा करने का प्रयास करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मंदिर और उसके आसपास नियमित रूप से सफाई अभियान चलाया जाए। उन्होंने मंदिर की ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित रखने के लिए विशेष उपाय अपनाने के निर्देश भी दिए।

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra