हरियाणा में विधानसभा चुनाव जोरों पर हैं. वहीं आरक्षण के मुद्दे को लेकर बीजेपी से लेकर बीएसपी तक कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान के बहाने हमलावर हो गए है. वहीं इसी बीच सोमवार को राहुल गांधी ने बीजेपी पर पलटवार किया है. इस दौरान राहुल ने बीजेपी को बहुजन विरोधी बता दिया. नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि बहुजन विरोधी बीजेपी चाहे कितने भी झूठ फैला ले, हम आरक्षण पर एक आंच तक नहीं आने देंगे.
बहुजनों को न्याय दिलाना ही मेरे जीवन का मिशन- राहुल
अपना बयान देते हुए राहुल गांधी ने आगे कहा कि हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक एक विस्तृत जाति जनगणना ना हो जाए. आरक्षण से 50% की सीमा हटाकर हर वर्ग को उनका हक, हिस्सेदारी और न्याय ना मिल जाए और जनगणना से प्राप्त जानकारी भविष्य की नीतियों का आधार ना बन जाएं. राहुल गांधी ने एक्स पर की अपनी पोस्ट में आगे कहा कि मोदी जी ‘जाति जनगणना’ बोलने तक से डरते हैं, वो नहीं चाहते हैं कि बहुजनों को उनका हक मिले. मैं एक बार फिर से दोहराता हूं- मेरे लिए ये कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है. मेरे जीवन का मिशन बहुजनों को न्याय दिलाना ही है.
पुंछ की रैली में भी बीजेपी पर साधा निशाना
वहीं राहुल ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में एक रैली को भी संबोधित किया.जहां नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि आज विपक्ष जो भी करवाना चाहता है. वही होता है. मोदी सरकार कानून लाती है. हम उनके सामने खड़े हो जाते हैं. फिर वे यू-टर्न ले लेते हैं. नरेंद्र मोदी जी का कॉन्फिडेंस खत्म हो गया है. मोदी जी की साइकोलॉजी को हमने तोड़ दिया है. पीएम नरेंद्र मोदी पहले जैसे थे अब वैसे नहीं रहे हैं. राहुल ने आगे कहा कि भारत में एक केंद्र शासित प्रदेश को राज्य में बदलने का इतिहास रहा. एक राज्य के दो हिस्से भी किए गए हैं लेकिन इतिहास में पहली बार यहां एक राज्य को यूटी में बदला गया है. आपका लोगों का लोकतांत्रिक अधिकार आपसे छीन लिया गया है. इसलिए हमारी पहली मांग यही है कि एक बार फिर से आपको राज्य का दर्जा मिलना चाहिए.
राहुल गांधी ने अमेरिका में आरक्षण पर दिया था ये बयान
बता दें कि सितंबर महीने में ही राहुल गांधी अमेरिका के दौरे पर गए थे. जहां राहुल गांधी ने अमेरिका की जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स को संबोधित किया. जहां पर जब एक स्टूडेंट्स ने राहुल से भारत में रिजर्वेशन को लेकर सवाल किया और पूछा कि ये कब तक जारी रहेगा? इस पर राहुल गांधी ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी, जब भारत भेदभाव रहित होगा और आरक्षण के लिहाज से निष्पक्षता होगी. अभी ऐसा नहीं है.
