Tirupati Bala Ji Mandir में चढ़ाएं बालों का क्या होता है, इस रिपोर्ट में पढ़ें

तिरुपति बालाजी मंदिर इस समय प्रसाद और लड्डुओं में मिलावट के मामले को लेकर चर्चा में है. एक रिपोर्ट से पता चला है कि जो प्रसाद भक्तों में बांटा जाता है, उसमें घी की जगह सूअर की चर्बी, बीफ टालो आदि का इस्तेमाल किया जाता था. दरअसल तिरुपति बालाजी मंदिर को भारत के सबसे चमत्कारी मंदिरों में से एक है. तिरुमाला या तिरुपति बालाजी का विश्व प्रसिद्ध मंदिर आंध्रप्रदेश के चित्तूर जिले के तिरुपति के पास तिरुमाला पहाड़ी पर स्थित है. जहां पर भक्त भगवान श्री हरि विष्णु के श्री वेंकटेश्वर रूप की पूजा-उपासना की जाती है. हर साल तिरुपति बालाजी मंदिर में लाखों की संख्या में भक्त आकर दान करते हैं. जिसके कारण ये अमीर मंदिरों में से एक कहलाता है. तिरुपति बालाजी मंदिर में भक्तों द्वारा बाल दान करने की भी एक मान्यता है.

क्यों किया जाता है तिरुपति बालाजी मंदिर में बालों का दान  

तिरुपति बालाजी मंदिर में बाल दान करने की प्रथा है. ऐसी मान्यता है कि बाल व्यक्ति का बहुत ही खास हिस्सा होते हैं. इसलिए तिरुपति बालाजी मंदिर में अगर कोई व्यक्ति बालों का दान करता है. तो श्री वेंकटेश्वर उस भक्त को उतना गुना ही धनी बना देते हैं. ऐसी भी मान्यता है कि जो भक्त तिरुपति बालाजी मंदिर में अपने बाल दान करते हैं. उनके जीवन से सभी तरह की बुराइयां और नकारात्मकता दूर होने के साथ ही उन भक्तों पर मां लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती है. साल 2018 में तिरुपति बालाजी मंदिर में भक्तों द्वारा दान किए बालों की मासिक नीलामी से लगभग 6. 39 करोड़ की कमाई हुई थी. तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट द्वारा इस नीलामी का आयोजन हर साल के पहले गुरुवार को किया जाता है.

अलग-अलग श्रेणियों में बेंचे जाते हैं बाल

एक डेटा के अनुसार साल 2018 में अलग-अलग श्रेणी के लगभग 1,87,000 किलोग्राम बाल बेचे गए थे. जिसमें 10 हजार किलोग्राम बाल सबसे बेहतर किस्म के थे. जबकि 600 किलोग्राम बाल 22,494 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिके. जिससे कुल 1.35 करोड़ रुपये की कमाई हुई. जबकि इससे निचली किस्म के नंबर 2 श्रेणी के करीब 46,100 किलोग्राम बाल थे. जिनकी कीमत 17,223 रुपये प्रति किलोग्राम थी. इस श्रेणी से 2400 किलोग्राम बाल बिके. जिससे 4.13 करोड़ रुपये की कमाई हुई. अगर बात करें तीसरी श्रेणी की तो 30,300 किलोग्राम बाल स्टॉक में थे. जिनकी कीमत 2833 रुपये प्रति किलोग्राम थी. ये वाले 500 किलोग्राम बाल बिके. जिससे 14.17 लाख रुपये की कमाई हुई. नंबर 4 श्रेणी के कुल 200 किलोग्राम बाल 1,195 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचे गए. जिससे 2.39 लाख रुपये की कमाई हुई. वहीं पांचवी श्रेणी के 1,93,000 किलोग्राम बाल 24 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिके. जिससे 46.32 लाख रुपये की कमाई हुई. इतना ही नहीं 6,900 किलोग्राम सफेद बाल भी 5462 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक गए. जिससे 27.31 लाख रुपये की कमाई हुई.

 

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra