17 महीने बाद मनीष सिसोदिया जेल से बाहर आ गए हैं. जेल से बाहर आते ही उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला भी बोला. वहीं शनिवार को मनीष सिसोदिया आम आदमी पार्टी के ऑफिस पहुंचे. जहां मनीष सिसोदिया अपने पुराने दम-खम में दिखाई दिए. यहां पर भी सिसोदिया केंद्र सरकार पर हमला बोलने से चूके नहीं और कहा कि केंद्र की BJP सरकार जनता का ध्यान भटकाने के लिए आम आदमी पार्टी और उसके शीर्ष नेताओं की छवि खराब करना चाहती है. लेकिन उनके इरादे कामयाब नहीं होने देंगे.
मनीष सिसोदिया ने कार्यकर्ताओं से की अपील
इस दौरान मनीष सिसोदिया ने कहा कि घर घर जाएंगे और बताएंगे कि अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के नेताओं को क्यों गिरफ्तार किया गया. मामला भ्रष्टाचार का नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी को रोकना है. मनीष सिसोदिया ने जेल से बाहर आते ही अपना इरादा साफ कर दिया कि अब वो बैठने वाले नहीं हैं. अभी से जनता और कार्यकर्ताओं के बीच जाकर चुनाव की तैयारियों में जुट जाएंगे. मनीष सिसोदिया ने अपने भाषण में साफ किया कि 17 महीने की जेल के बाद वह छुट्टी पर नहीं जाने वाले हैं. अब समय आ गया है कि जो लोग बाहर रहकर उनके लिए लड़े हैं. अब वो उनके लिए लड़ेंगे, उनके बीच रहे. यह वक्त आराम करने का नहीं है. उन्होंने चुनाव को लेकर भी अपनी योजना साफ कर दी है. आप कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वह आज से चुनावों के लिए तैयारी शुरू कर दे.
केजरीवाल के जेल से बाहर आने तक मनीष करेंगे पार्टी को लीड
मनीष सिसोदिया आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं. आंदोलन से पार्टी बनाने और दिल्ली की सत्ता पर काबिज होकर दिल्ली में शिक्षा, स्वास्थ्य, मुफ्त बिजली, पानी और महिलाओं के लिए यात्रा का मॉडल स्थापित करने में मनीष सिसोदिया की अहम भूमिका रही. पार्टी सूत्रों की मानें तो अरविंद केजरीवाल के बाद मनीष सिसोदिया ही वो चेहरा हैं. जिसकी कमांड में पार्टी के अंदर काम करने में किसी को गुरेज नहीं है. ऐसे में जब दिल्ली और हरियाणा में चुनाव है तो मनीष सिसोदिया की पहली प्राथमिकता इन राज्यों में रणनीति तैयार कर पार्टी को मजबूत करना है. अरविंद केजरीवाल के जेल से बाहर आने तक मनीष सिसोदिया ही पार्टी और संगठन को लीड करेंगे.
आने वाले दिनों में पार्टी में रणनीति को लेकर होंगी अहम बैठकें
आम आदमी पार्टी से जुड़े सूत्रों की मानें तो आने वाले हफ्तों में पार्टी के भीतर आगे की रणनीति को लेकर अहम बैठकें होगी. मनीष सिसोदिया की भूमिका भी उन्हीं बैठकों में तय होगी. हालांकि इन सबके बीच यह सवाल अब भी बना हुआ है कि क्या एक बार फिर सिसोदिया सरकार में शामिल होंगे? आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार के मंत्री कह चुके हैं कि पार्टी इसपर जल्द फैसला लेगी. ज्यादातर पार्टी नेता चाहते हैं कि मनीष सिसोदिया सरकार में अपनी पुरानी भूमिका में शामिल हो. हालांकि ये तभी संभव है जब अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर आ जाएं. मुख्यमंत्री के तौर पर कामकाज संभाल लें और LG को सिफारिश भेजकर फिर से मनीष सिसोदिया को अपने मंत्रिमंडल में शामिल कर लें. बता दें कि CBI ने 26 फरवरी 2023 को जब आबकारी नीति में कथित घोटाले के आरोपों में और 9 मार्च को ED ने मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया था. तब वो दिल्ली के उपमुख्यमंत्री थे. इन 17 महीनों में बहुत कुछ बदल गया है. मगर आम आदमी पार्टी में मनीष सिसोदिया की हैसियत अभी भी केजरीवाल के बाद नंबर 2 पर ही है लेकिन दिल्ली सरकार में उन्हें मंत्री पद छोड़ना पड़ा था. इस वक्त मनीष सिसोदिया वैधानिक तौर पर केवल पटपड़गंज से विधायक ही है.
