महंगा हुआ खाना मंगवाना, जोमोटो-स्वीगी के बढ़ाए डिलीवरी के रोट, पढ़ें कितने बढ़े आपके शहर में दाम ?

हर कोई अच्छा खाना खाने का शौकीन होता है. कुछ लोग इसके लिए अपने घर पर ही स्वादिष्ट और पौष्टिक खाना बनाते हैं. वहीं कुछ लोग समय और मेहनत से बचने के लिए ऑनलाइन खाना मंगाते हैं, लेकिन अब लोगों के लिए ऑनलाइन खाना मंगवाना महंगा होने वाला है. इसका कारण है कंपनियों का मुनाफा. जी हां अब ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो और स्विगी ने अपने मुनाफे का बोझ लोगों की जेबों पर डालने का मन बना लिया. जिसकी कवायद भी शुरू हो चुकी है.

प्लेटफार्म फीस में 20 फीसदी की बढ़ोत्तरी

दरअसल अब स्विगी और जोमैटो जैसी ऑनलाइन फूड डिलीवरी सर्विस देने वाली कंपनियां जान चुकी हैं, कि लोग अच्छा खाना खाने के कीमत चुकाने को तैयार है. इसलिए अब कंपनी ने अपने ग्राहकों को तगड़ा झटका दिया है. जिसके बाद अब कंपनियों ने हर ऑनलाइन ऑर्डर पर प्लेटफार्म फीस को 20 फीसदी फीस बढ़ोत्तरी शुरू कर दी है. शुरुआत में स्विगी और जोमैटो जैसी कंपनियों ने हर ऑर्डर पर 2 रुपये शुल्क लेना शुरू किया, लेकिन अब कंपनियां धीरे-धीरे शुल्क में बढ़ोत्तरी कर रही हैं. ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी-जोमैटो ने बेंगलुरु और दिल्ली जैसे मार्केट में ग्राहकों से हर ऑर्डर पर लिए जाने वाली प्लेटफॉर्म फीस को 20 फीसदी बढ़ाकर 6 रुपये कर दिया है. इन बाजारों में पहले इन कंपनियों द्वारा 5 रुपये वसूले जा रहे थे. बेंगलुरु में स्विगी 7 रुपये का प्लेटफॉर्म फीस भी चार्ज कर रहा है, जिसे हटा दिया गया है. इससे पहले अप्रैल में जोमैटो ने एनसीआर, बेंगलुरु, मुंबई, हैदराबाद और लखनऊ सहित प्रमुख शहरों में अपना प्लेटफ़ॉर्म शुल्क 25% बढ़ाकर 5 रुपये प्रति ऑर्डर कर दिया था. कंपनियां अधिक प्लेटफॉर्म शुल्क के जरिये अपना लाभ बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं. हालांकि, विज्ञापन भी आय का प्रमुख स्रोत है, लेकिन फूड प्रोडक्ट कंपनियों से कमीशन बढ़ाने में कठिनाई हो रही है.

मुनाफा बढ़ाने के लिए ग्राहकों की जेब पर बोझ

जोमैटो और स्विगी अपने ओवरऑल रेवेन्यू और प्रॉफिट को बढ़ाने के लिए प्लेटफॉर्म फीस के साथ प्रयोग कर रहे हैं. जनवरी में स्विगी ने सेलेक्टेड यूजर्स के लिए 10 रुपये का प्लेटफॉर्म फीस दिखाई था, जो उस समय कई यूजर्स से लिए जा रहे 3 रुपये से काफी ज्यादा थी. 10 रुपये का चार्ज वास्तव में यूजर्स से नहीं लिया गया था, जहां उन्हें ज्यादा फीस दिखाई गई थी और फिर फाइनल पेमेंट के समय 5 रुपये का चार्ज लिया गया था. इसके अलावारिपोर्ट के मुताबिक, डिलीवरी फर्मों के लिए प्लेटफार्म शुल्क जरूरी है क्योंकि वे अपनी टेक दरों में सुधार करना चाहते हैं. जोमैटो और स्विगी दोनों अपने कुल राजस्व और मुनाफे को बढ़ाने के लिए प्लेटफार्म फीस बढ़ाने का फैसला किया है.

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra