कैसे राहुल ने बना ली लोगों के दिलों में जगह, संसद के बाद हाथरस पहुंचने के क्या है मायने, पढ़ें सबकुछ इस रिपोर्ट में

पहली बार नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी संभाल रहे राहुल गांधी लोकसभा चुनावों के बाद से अलग ही तेवरों में नजर आ रहे हैं. कभी संसद में सरकार से आरोप-प्रत्यारोप लगाते नजर आते हैं तो कभी सड़कों पर उतर कर लोगों को गले लगाते दिखाई देते हैं. अगर हम ये कहें कि नेता प्रतिपक्ष के इन तेवरों का कारण लोकसभा चुनाव 2024 में 99 सीटों पर जीत की डुगडुगी बजने का है तो ये गलत नहीं होगा. भले ही कांग्रेस सत्ता पर अपनी पैठ ना बना पाई हो मगर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी संसद से सड़क तक एक्टिव मोड में जरूर नजर आ रहे हैं. देखा जाए तो राहुल गांधी 2024 के चुनावों से बने माहौल को बनाए रखने का एक भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं. जहां गुरुवार को राहुल गांधी ने दिल्ली के जीटीबी नगर में दिहाड़ी मजदूरों-श्रमिकों से मुलाकात की तो वहीं शुक्रवार को हाथरस हादसे के पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंच गए.

हाथरस हादसे के पीड़ितों से मिले राहुल

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी शुक्रवार को हाथरस हादसे के पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे. यहां सबसे पहले अलीगढ़ में पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात कर उनका दुख जाना और उसके बाद हाथरस में एक पीड़ित परिवार से मिले. राहुल गांधी ने कहा कि दुख की बात है, बहुत परिवारों को नुकसान हुआ है. मैं इसको सियासी चश्मे से नहीं देखना चाहता हूं, लेकिन प्रशासन की कमी तो है और गलतियां तो हुई ही हैं. राहुल ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द मुआवजा देने की मांग की है. राहुल ने कहा कि मुआवजा सही मिलना चाहिए. राहुल ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से विनती करता हूं कि दिल खोलकर मुआवजा दें और जल्दी से जल्दी देना चाहिए, क्योंकि ये गरीब परिवार हैं और इनके लिए मुश्किल का समय है. आपको बता दें कि हाथरस के फुलरई गांव में नारायण साकार हरि के सत्संग में मची भगदड़ में 123 लोगों की मौत हो चुकी है.

नेता प्रतिपक्ष का पद संभालते ही राहुल के दिख तेवर

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद संभालने के बाद से ही राहुल गांधी एक्टिव मोड में हैं. लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर बोला है. राहुल गांधी अपनी पहली स्पीच में भगवान शिव और अभय मुद्रा को आधार बनाकर हिंदुत्व के मुद्दे पर सरकार को घेरने के साथ ही अग्निवीर, किसान, मणिपुर, नीट, बेरोजगारी, नोटबंदी, जीएसटी, एमएसपी, हिंसा-नफरत को लेकर भी जमकर हमले किए. उन्होंने 90 मिनट के भाषण की शुरुआत संविधान की कॉपी दिखाकर की और बीजेपी पर डर दिखाने और हिंसा फैलाने का आरोप लगाया. राहुल गांधी ने कहा कि हिंदू डर नहीं फैला सकता, लेकिन बीजेपी डर फैला रही है. राहुल ने कहा कि मोदी सरकार ने उद्योगपतियों का 16 लाख करोड़ का कर्जा माफ कर दिया लेकिन किसानों का कर्ज माफ नहीं किया. इसके बाद अग्निवीर का मुद्दा उठाया और कहा कि पूरा देश जानता है कि ये सेना की स्कीम है. सेना जानती है कि ये स्कीम सेना की नहीं, पीएम का ब्रेन चाइल्ड है. राहुल ने कहा कि हमारी सरकार आई तो अग्निवीर को खत्म कर देंगे. राहुल के स्पीच के दौरान मोदी सरकार के कई अहम मंत्रियों ने बीच में खड़े होकर टोका. इस तरह राहुल गांधी ने आक्रमक तेवर दिखाकर अपने अंदाज से वाकिफ करा दिया है कि मोदी सरकार को सदन में घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ने वाले हैं.

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra